हजरतगंज में हुई सनसनीखेज वारदात
सुबह टहलने के लिए निकले थे रणजीत
बाइक सवार बदमाशों ने की ताबड़तोड़ फायरिंग
ए अहमद सौदागर
लखनऊ।
हिंदू महासभा के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या करीब चार माह बाद रविवार सुबह हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष रणजीत बच्चन की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई।
वह रविवार की सुबह तड़के पत्नी कालिंदी और मौसेरे भाई आदित्य के साथ टहलने निकले थे।
हजरतगंज क्षेत्र के ओशियार बिल्डिंग यानी घर से कुछ दूरी पर स्थित ग्लोबल पार्क के पास पहुंचे ही थे की पीछे से आय मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने रणजीत बच्चन पर बेहद करीब से ताबड़तोड़ कई राउंड गोलियां चलाई, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। रणजीत के साथ डालने निकले आदित्य उनके बगल में चल रहे थे, जबकि पत्नी करीब आधा किलोमीटर आगे चल रही थी।
भारी होने पर साथ में रहे आदित्य भागने की कोशिश किया, लेकिन उसके भी हाथ में संदिग्ध हालात में गोली लग गई, जिससे वह घायल हो गए।
दिनदहाड़े हुई इस वारदात से पूरे इलाके में दहशत फैल गई
बताया जा रहा है कि हिंदू महासभा के नेता रणजीत बच्चन इससे पूर्व सपा पार्टी में वर्ष 2002 और 9 के बीच भारत यात्रा निकाली थी और इसके लिए समाजवादी पार्टी ने उन्हें सम्मानित भी किया था। यह भी बताया जा रहा है कि इसके बाद किसी बात को लेकर हिंदू महासभा नेता रणवीर बच्चन ने सपा छोड़ हिंदू महासभा का दामन थाम लिया था।
मूल रूप से गोरखपुर निवासी रणजीत बच्चन हजरतगंज स्थित ओशियार बिल्डिंग निवासी रणजीत बच्चन रोज की तरह रविवार की सुबह टहलने निकले थे।
उनके साथ उनकी पत्नी और मौसेरा भाई भी थे। रास्ते में ग्लोबल पार्क के पास बाइक सवार बदमाशों ने रणजीत बच्चन को गोलियों से भून दिया।
संयुक्त कमिश्नर नवीन अरोड़ा के मुताबिक जांच पड़ताल के बाद सामने आया है कि बदमाश शाल ओढ़े था। उन्होंने बताया कि बदमाशों ने पहले रोका फिर घटना अंजाम देकर भाग निकले।
कमिश्नर का कहना है कि जांच पड़ताल में प्रथम द्वितीय किसी करीबी के हाथ होने का मामला आ रहा है, लिहाजा कई बिंदुओं पर गहन पड़ताल की जा रही है।
यह भी बताया जा रहा है कि रणजीत और उनकी पत्नी के बीच किसी बात को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था।
उनका कहना है कि कातिलों की तलाश में सीसीटीवी फुटेज सरगर्मी से खंगाला जा रहा है हत्यारों की तलाश में कुल पुलिस की आठ टीमें लगाई गई है।
बताया जा रहा है कि पुलिस आदित्य सहित कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
फिर खून से नहाया भगवा रंग
हजरतगंज में हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष रणजीत बच्चन की हत्या बाद राजधानी लखनऊ में भगवा कलर खून नहा गया।
इस घटना ने पुराने जख्मों को ताजा कर दिया है। यहां राह का कांटा हटाने और वर्चस्व की लड़ाई में नेताओं का खून बहाने का चलन बड़ा पुराना है। रणजीत की हत्या लखनऊ के वह सभी सियासी शूरमा सहम गए हैं ॽ
सियासत में खूनी खेल तो पता नहीं कब से चल रहा है, पर राजधानी लखनऊ में इसकी आहट 18 अक्टूबर 2019 में महसूस की गई।
हुसैनगंज में हिंदू नेता कमलेश तिवारी की हत्या बेरहमी से कर दी गई। हालांकि पुलिस ने कातिलों को पकड़ कर खुलासा किया, लेकिन आज भी कमलेश हत्याकांड रहस्य के कोहरे में गोते लगा रहा है ॽ
इससे पहले भी मॉर्निंग वॉक के दौरान कई लोगों की हो चुकी है हत्याएं
27 अक्टूबर 2010 की सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले सीएमओ परिवार कल्याण डॉक्टर विनोद कुमार आर्या की गोली मारकर हत्या।
2 अप्रैल 2011 की सुबह तड़के टहलने निकले सीएमओ परिवार कल्याण डॉक्टर बी पी सिंह की गोली मारकर हत्या।
2 फरवरी 2020 कि सुबह हजरतगंज में हिंदू महासभा नेता रणजीत बच्चन की भी सुबह मॉर्निंग वॉक के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई।
इन हत्याओं के बाद पुलिस अफसरों ने कई बार सुरक्षा को लेकर कई तरह की योजनाएं तैयार की, लेकिन सभी योजनाएं फिलहाल ढाक के तीन पात साबित होकर रह गई और हत्यारों का कहर थमने के बजाय बढ़ता गया।