भारत की स्वाधीनता के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में देशभर में समारोह मनाने के लिए “आज़ादी का अमृत महोत्सव” के अंतर्गत 75 “हुनर हाट” की श्रृंखला के एक अंग के तौर पर उत्तर प्रदेश में रामपुर की मेजबानी में अगले “हुनर हाट” का 16 से 25 अक्टूबर, 2021 तक आयोजन किया जाएगा
30 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के कारीगर और शिल्पकार अपने स्वदेशी उत्कृष्ट हस्तनिर्मित उत्पादों के “हुनर हाट” में बिक्री और प्रदर्शन के लिए उपस्थित होंगे: मुख्तार अब्बास नकवी
आगामी “हुनर हाट” भी “वोकल फॉर लोकल” के अलावा, “बेस्ट फ्रॉम वेस्ट” के विषय पर आधारित होगा: नकवी
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान 16 अक्टूबर 2021 को रामपुर में 29वें “हुनरहाट” का उद्घाटन करेंगे। केंद्रीय संसदीय कार्य और संस्कृति राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
30 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के कारीगर और शिल्पकार अपने स्वदेशी उत्कृष्ट हस्तनिर्मित उत्पादों को बिक्री के लिए “हुनर हाट” में प्रदर्शित करेंगे। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, नगालैंड, मध्य प्रदेश, मणिपुर, बिहार, आंध्र प्रदेश, झारखंड, गोवा, पंजाब, उत्तराखंड, लद्दाख, कर्नाटक, गुजरात, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, केरल और देश के अन्य स्थानों के कारीगर और शिल्पकार इस आयोजन में लकड़ी, पीतल, बांस, कांच, कपड़ा, कागज, मिट्टी आदि से बने अपने स्वदेशी उत्पादों का बिक्री के लिए प्रदर्शित करेंगे।
श्री नकवी ने कहा कि देश भर में आयोजित होने वाले हुनर हाट में विश्वकर्मा वाटिका मुख्य आकर्षण होंगी। इन “विश्वकर्मा वाटिकाओं” में कारीगर और शिल्पकार अपने हुनर का लाइव प्रदर्शन करते हुए इन पारंपरिक स्वदेशी उत्पादों को बनाए जाने की प्रक्रिया को दिखाएंगे। यह देश की पारंपरिक कला और शिल्प को संरक्षित और बढ़ावा देने में सहायक होगा।
उन्होंने कहा, “वोकल फॉर लोकल” के अलावा, आगामी “हुनर हाट” भी “बेस्ट फ्रॉम वेस्ट” के विषय पर आधारित होगा। प्लास्टिक, कागज, प्लाई, लकड़ी, कांच, चीनी मिट्टी, जूट, कपास, ऊन के साथ-साथ केले के तने, गन्ने का गूदा, धान और गेहूं के भूसे-तने, भूसी, अरहर, रबर, लोहा, पीतल आदि जैसे घरों में इस्तेमाल के बाद छोड़े गए सामानों से बने उत्तम उत्पाद “हुनर हाट” में देखने को मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि लोग हुनर हाट के ‘बावर्चीखाना’ खंड में एक छत के नीचे देश के लगभग हर कोने के पारंपरिक भोजन का भी आनंद उठा सकेंगे।
श्री नकवी ने कहा कि रामपुर के “हुनर हाट” में प्रतिदिन शाम को आयोजित होने वाले संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शामिल प्रसिद्ध कलाकार पंकज उदास, कैलाश खेर, अनु कपूर, सुदेश भोसले, कुमार शानू, रूप कुमार राठौर, सोनाली राठौर, अल्ताफ राजा, निजामी ब्रदर्स, विवेक मिश्रा, नीलम चौहान, रेखा राज, प्रेम भाटिया, भूपेंद्र सिंह भूप्पी और नूरन सिस्टर्स दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देंगे।
श्री नकवी ने कहा कि “हुनर हाट” प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के “स्वदेशी-स्वावलंबन” और “स्थानीय के लिए मुखर” के आह्वान को मजबूत करने और पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के स्वदेशी उत्पादों को बाजार प्रदान करने के लिए एक “विश्वसनीय मंच” बन चुका है।
मंत्री ने कहा कि पिछले लगभग 7 वर्षों के दौरान हुनर हाट के माध्यम से 5 लाख 50 हजार से अधिक कारीगरों, शिल्पकारों और उनसे जुड़े लोगों को रोजगार और रोजगार के अवसर प्रदान किए गए हैं। “आजादी का अमृत महोत्सव” के तहत 75 “हुनर हाट” के माध्यम से लाखों और कारीगरों, शिल्पकारों को रोजगार और रोजगार के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है।
श्री नकवी ने कहा कि जिस क्षेत्र में “हुनर हाट” का आयोजन किया जाएगा “हुनर हाट” उस क्षेत्र विशेष के महान स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा निभाई गई भूमिका को भी कलात्मक तरीके से चित्रित करेगा।
श्री नकवी ने कहा कि रामपुर के बाद देहरादून में (29 अक्टूबर से 7 नवंबर), लखनऊ (12 से 21 नवंबर), हैदराबाद (26 नवंबर से 5 दिसंबर), सूरत (10 से 19 दिसंबर), नई दिल्ली (22 दिसंबर 2021 से 02 जनवरी 2022) में “हुनर हाट” का आयोजन किया जाएगा। आने वाले दिनों में “हुनर हाट” का आयोजन मैसूरु, गुवाहाटी, पुणे, अहमदाबाद, भोपाल, पटना, पुडुचेरी, मुंबई, जम्मू, चेन्नई, चंडीगढ़, आगरा, प्रयागराज, गोवा, जयपुर, बेंगलुरु, कोटा, सिक्किम, श्रीनगर, लेह, शिलांग, रांची, अगरतला के अलावा अन्य स्थानों पर भी किया जाएगा।