24 घंटे में दो जगह सिलेण्डर में विस्फोट! क्या एलपीजी गैस कम्पनी देगी पीड़ितो को मुआवजा? क्या विस्फ़ोट का कारण सिर्फ जागरूकता में कमी था और भी कुछ हो सकता है? दोनो जगह विस्फोटो में गिर गयी छत, जांच में आया सिलेण्डर से विस्फोट।
रमेश मिश्र
अयोध्या।
दो थाना क्षेत्र, पूराकलन्दर व खण्डासा। दोनो जगह 24 घंटे के दौरान सिलेण्डर में विस्फोट। फारेसिंक से लेकर पुलिस जांच में सिलेण्डर से विस्फोट आया। इसका जिम्मेदार कौन है? क्या एलपीजी कम्पनी इसको लेकर मुआवजा देगी? सिलेण्डर से विस्फोट का कारण क्या था। ऐसे कई सवाल है जो वर्तमान में जेहन में गूंज रहे है। हालांकि पूरे मामले पर प्रशासन की जांच जारी थी।
अयोध्या के थाना पूराकलन्दर के छतिरवा चौराहे पर एक मिठाई की दुकान में मौजूद 5 सिलेण्डर में से एक में विस्फोट हो गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आग पर बालू फेंककर सिलेण्डर को बाहर निकाला। घर की छत व दीवार ब्लास्ट के कारण क्षतिग्रस्त हो गयी। हालांकि सिलेण्डर घरेलू दिख रहा था। उसके इस्तेमाल दुकान अथवा घर पर हो रहा था या नहीं, यह जांच का विषय है।
वहीं दूसरी घटना में खण्डासा के अंजरौली में खाना बनाने के दौरान रखे दो सिलेण्डरों में विस्फोट हो गया जिसमें पूरा घर क्षतिग्रस्त हो गया। अगल बगल के घरों की दीवारें भी हिल गयी।
लोग चर्चा कर रहे हैं कि सिलेण्डर में विस्फोट हुआ और भीषण आग लगने के संकेत तक नहीं? छत के मलबे के नीचे दबकर बुझ गयी आग, मलबे में पड़ी कुर्सी व बगल छप्पर भी नहीं जला? फारेसिंक जांच में आया सिलेण्डर से विस्फोट, बारूद के कण तक नहीं मिले?
फिल्मों हम अक्सर सिलेण्डरों में विस्फोट देखते हैं। आग की तेज लपट उठती हैं। थाना खण्डासा के ग्राम अंजरौली में विस्फोट, भीषण तरीके से आग नहीं लगी। फायर की टीम पहुंची तो भी कुछ जलते नहीं मिला। आग घर के मलबे में दब जाना बताया गया। विस्फोट में एक की मौत तथा तीन घायल है। इस प्रकार की चर्चाएं ग्रामीण कर रहे है। इस चर्चाओं के विषय में एसपी ग्रामीण एसके सिंह का कहना है कि जब सिलेण्डर में विस्फोट होता है। तो आग नहीं लगती है। ऐसा कई जगह हुआ है। फारेंसिक टीम ने भी मौके का जायजा लिया। यहां बारुद के कण तक नहीं मिले है।
थाना खण्डासा इलाके के ग्राम अंजरौली में हुआ था विस्फोट – थाना खण्डासा क्षेत्र में स्थित ग्राम अंजरौली में दो बहने खाना बना रही थी। इसी बीच सिलेण्डर में विस्फोट हो गया। विस्फोट इतना तीव्र था कि घर की छत तक उड़ गयी। अगल बगल के घरो को भी नुकसान हुआ। दुघर्टना में 32 वर्षीय युवक गुलाम मोहम्मद की मौत हो गयी। 18 वर्ष की शाहना बानो, अजीरा बानों व 60 वर्ष के शाह मोहम्मद घायल हो गया। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तथा घायलों को जिला चिकित्सालय ले आयी।
नहीं जले है घायलों के कपड़े – जब सिलेण्डर में विस्फोट हुआ तो शाहना बानो व अजीरा बानों खाना बना रही थी। उसके कपड़ो में जलने का कोई निशान नहीं है। घायल शाह मोहम्मद के भी कपड़ो पर जलने का कोई निशान नहीं है। सभी के शरीर पर चोट के निशान ही पाये गये है। दुघर्टना के समय सभी घर से बाहर बताये जा रहे थे। जिस कारण वह आग से दूर बताये जा रहे है।
अगर विस्फोट हो नहीं भी लग सकती है आग – मुख्य शमन अधिकारी ने बताया कि फायर बिग्रेड की टीम जब मौके पर पहुंची थी तो मलबे में दबकर आग बुझ चुकी थी। एसपी ग्रामीण एसके सिंह ने बताया कि जब सिलेण्डर फटता है तो उसका ढांचा बुलेट बन जाता है कोई जरुरी नहीं आग लगे। ऐसी घटनाएं कई जगह लग चुकी है। फारेंसिक टीम ने मौके पर जांच की। बारुद के अवशेष नहीं मिले।
कूकर में विस्फोट के बाद सिलेण्डर में हुआ विस्फोट :
सीओ मिल्कीपुर ने बताया कि जांच के दौरान शाह मोहम्मद की पुत्री ने बताया कि खाना बनाते समय कूकर में विस्फोट हो गया। जिसके बाद सिलेण्डर में आग पकड़ ली थी। मौके पर सभी घर से बाहर आ गये थे। विस्फोट से उड़े मलबे की चपेट में आने से गुलाम मोहम्मद की मौत हो गयी।
मलबे में मौजूद कुर्सी के कपड़े व बगल छप्पर भी नहीं जला । प्रत्यक्षदर्शी इसलिए सवाल उठा रहे थे क्योंकि विस्फोट के मलबे में मौजूद कुर्सियों पर लगे कपड़े जले हुए नहीं थी। गिरे ईटों के बीच एक छप्पर दिखाई दे रहा था जो भी नहीं जला था।
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