मुंबई। महाराष्ट्र में मॉब लिंचिंग की घटना सामने आने के बाद लोगों में गुस्सा दिखाई दे रहा है। इस घटना को लेकर ट्विटर पर #Shame ट्रेंड करने लगा है। ये घटना 17 अप्रैल की है जब पालघर में ग्रामीणों ने तीन लोगों को चोर समझकर पीट-पीटकर मार डाला। ये लोग मुंबई के कांदिवली से गुजरात के सूरत अंतिम संस्कार में भाग लेने जा रहे थे। मृतकों की पहचान 35 वर्षीय सुशीलगिरी महाराज, 70 वर्षीय चिकणे महाराज कल्पवृक्षगिरी और 30 वर्षीय निलेश तेलगड़े के रूप में हुई है। निलेश उनका ड्राइवर था। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर 110 लोगों को गिरफ्तार किया है।
पालघर के जिला कलेक्टर कैलाश शिंदे ने बताया, ‘कांदिवली के एक आश्रम में रहने वाले सुशील गिरि महाराज दो अन्य लोगों जयेश और नरेश येलगडे के साथ एक वैन में यात्रा कर रहे थे। इस वैन को उन्होंने सूरत में एक अंतिम संस्कार में शामिल होने जाने के लिए किराए पर लिया था। इनमें से एक शख्स गाड़ी चला रहा था। लॉकडाउन के बावजूद इन लोगों ने मुंबई के कांदिबली से करीब 120 किलोमीटर का सफर तय कर लिया था। महाराष्ट्र और केंद्रशासित प्रदेश दादर और नागर हवेली की सीमा पर गढ़चिंचल गांव के पास उनकी गाड़ी को वन विभाग के संतरी ने रोका।
पिछले कुछ दिनों से इलाके में ये अफवाह थी कि रात में बच्चे को उठाने वाला चोर गिरोह सक्रिय है। इसलिए ग्रामीणों ने निगरानी दल का गठन किया था। रात करीब 10 बजे जब वैन में आए लोग संतरी से बात कर रहे थे तभी वहां गांव का निगरानी दल भी आ पहुंचा और गांड़ी की तलाशी लेने लगा। इस पर दोनों पक्षों में बहस हो गई और बात बढ़ने पर गांव वालों ने उनकी पिटाई शुरू कर दी। वन विभाग के गार्ड ने 35 किलोमीटर दूर कासा थाना को इसकी सूचना दी। जब थाने से चार पुलिसकर्मी वहां पहुंचे ग्रामीणों ने मौके पर पहुंची पुलिस टीम को भी धमकी दी और उनकी गाड़ी में भी तोड़-फोड़ शुरू कर दी।
कुछ लोगों ने इस घटना का वीडियो भी बनाया है जिसमें दिख रहा है कि लोग ईंट-पत्थर और लाठी-डंडों और तलवार से तीनों पर हमला बोल रहे हैं। पुलिस ने इन तीनों को बचाने की कोशिश की लेकिन भीड़ के चलते पुलिसकर्मियों को भी पीछे हटना पड़ा। ट्विटर पर लोग अब इस वीडियो को शेयर कर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। इंडियन फिल्मेकर अशोक पंडित ने भी इसका वीडियो शेयर किया है और सवाल खड़े किए हैं।