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पुलिस का कड़ा रुख देख भागे दंगाई, मॉकड्रिल

दंगाइयों ने किया दंगा
सूचना मिलते ही पुलिस हुई सक्रिय
एक मॉकड्रिल थी
ए अहमद सौदागर
लखनऊ।

शनिवार दोपहर बाद चार बजे कमिश्नरेट पुलिस कंट्रोल रूम के टेलीफोन की घंटी बजी‌। सूचना दी गई कि पांचों जोन में बलवाइयों ने दंगा फैलाने की नीयत से बलवा कर रहे हैं।
यह खबर मिलते ही पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था नवीन अरोरा की अगुवाई में कमिश्नरेट पुलिस सक्रिय हुई और पुलिस की वाहन सायरन बजाती हुई मौके पर पहुंची।
पीएसी के जवान, स्थानीय पुलिस, घुड़सवार, फायर ब्रिगेड, ट्रैफिक पुलिस एंबुलेंस सवार डॉक्टर और प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए।
बचाव कार्य शुरू हुआ। बलवाइयों को खदेड़ा गया।
दंगाइयों और बलवाइयों से निपटने के लिए पुलिस फोर्स जैसे ही पोजीशन में आई कि दंगाई भाग खड़े हुए।
किसी तरह का कोई फसाद हो इससे निपटने के लिए यह एक मॉक ड्रिल थी।
आगामी होने वाले जिला पंचायत चुनाव और पंचायत चुनाव सुरक्षा के मद्देनजर तथा किसी भी तरह का कोई दंगा या फिर बलवा को निपटने के लिए सतर्कता परखने के की गई।
इस मॉकड्रिल कमिश्नरेट पुलिस की चौकसी का सच शनिवार को हकीकत में सामने आया।
इस मामले में पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था नवीन अरोरा ने बताया कि दंगाईयों और बलवाइयों से निपटने के लिए कागज़ पर बनती बिगड़ती रहती है, लिहाजा इन्हीं लापरवाही के चलते दंगा करने और कराने वाले कामयाब हो जाते हैं।
किसी तरह का कोई दंगा न हो इससे कैसे निपटा जाए इसे परखने के लिए शनिवार को दोपहर बाद कमिश्नरेट के पांचों जोन में मॉकड्रिल के जरिए रिहर्सल किया गया।इस दौरान पांचों जोन के पुलिस अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
उन्होंने ने बताया कि इस मॉकड्रिल में स्थानीय लोगों का अहम रोल रहा। पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था नवीन अरोरा का कहना है कि मॉकड्रिल का अभियान खदरा, मोहनलालगंज, बाघामऊ गांव,चौक, मेफेयर तिराहा व मलेशेमऊ गांव तक किया गया।
इस दौरान उन्होंने ने दंगाईयों से कैसे निपटा जाए इसके लिए कई गुर सिखाए।

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