पैदल जरूर चलें, यह आपको फिट रखता है। हर दिन खेलना चाहिए,खेलना एक व्यायाम है। जिस खेल में मन लगे-वही खेले, स्कूल कॉलेज में खेल के लिए कम से कम एक घंटा जरूर होना चाहिए।
नयी दिल्ली ।
”आपका शरीर फिट है तभी आपका दिमाग हिट हैं… आपका मन और दिमाग स्वस्थ रहेगा तभी जिंदगी में कुछ कर पायेंगे। फिट रहने के लिए खेलना जरूरी हैं”।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस बात के कहने मात्र से इंदिरा गांधी स्टेडियम में तालियां बजनी शुरू हो गयीं। गुरुवार को मशहूर हाकी खिलाड़ी ध्यान चंद के जन्म दिवस एवं राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर पीएम मोदी की क्लास में एक से बढ़ कर एक सीख मिल रही थी और छात्र खुश हो रहे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को एक देशव्यापी फिट इंडिया मूवमेंट का शुभारंभ किया और स्वास्थ्य और बेहतर जिंदगी के प्रति लोगों को और अधिक जागरूक बनने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने लोगों से भारत को पहले से ज्यादा स्वस्थ बनाने के लिए प्रतिज्ञा लेने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि फिट रहना जन आंदोलन बनना चाहिए।
मोदी ने कहा, ‘‘फिटनेस एक जन आंदोलन बनना चाहिए। बैडमिंटन, कुश्ती समेत सभी खेलों में हमारे खिलाड़ी उम्मीदों को नए पंख लगा रहे हैं। ये नए भारत के आत्मविश्वास का पैमाना है। खेलों के प्रति बेहतर माहौल बनाने के लिए जो प्रयास हुए उसका लाभ मिलता दिखाई दे रहा है।’’
‘‘फिटनेस एक शब्द नहीं, बल्कि स्वस्थ और समृद्ध जीवन की एक जरूरत है। हमारी संस्कृति में फिटनेस पर जोर दिया गया है। यह हमारे जीवन का सहज हिस्सा रही है। हमारे पूर्वजों ने कहा है कि व्यायाम से ही स्वास्थ्य, लंबी आयु और सुख मिलता है। स्वस्थ रहने से सभी कार्य सिद्ध होते हैं, अब सुनने को मिलता है कि स्वार्थ से ही सभी कार्य सिद्ध होते हैं। इसलिए स्वार्थ से स्वस्थ के भाव का कार्य जरूरी हो गया है।’’
प्रधानमंत्री मोदी के मुताबिक, ‘‘फिटनेस पर ध्यान नहीं देने से समाज में एक उदासीनता आ गई है। पहले एक व्यक्ति दिनभर में कुछ किलोमीटर पैदल चल लिया करता था। आधुनिक साधनों और तकनीक ने शारीरिक गतिविधियां कम कर दी हैं। टेक्नोलॉजी हमें बताती है कि आप आज कितने कदम चले। बहुत से लोग स्वास्थ्य के प्रति सतर्क हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो डेली लाइफ पर ध्यान नहीं देते। कई लोग आराम से खाना खाते हुए डाइटिंग पर बातें करते रहते हैं। घर में फिटनेस के लिए सामान होते हैं, लेकिन कुछ ही दिनों में एक कमरे में रख दिए जाते हैं।’’