जबलपुर से फरार चल रहा इनामी नटवरलाल चढ़ा कमिश्नरेट पुलिस के हत्थे
फर्जी प्रमाण पत्र व लैपटॉप सहित भारी मात्रा में दस्तावेज बरामद
ए अहमद सौदागर
लखनऊ।
राजधानी लखनऊ सहित यूपी के अलग-अलग जिलों में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपयों की ठगी कर काफी दिनों से फरार चल रहे इनामी जालसाज एजाज अहमद उर्फ कमर एजाज को आखिरकार इंदिरानगर पुलिस सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से नौकरी दिलाने के नाम बने फर्जी दस्तावेज व लैपटॉप बरामद हुए हैं।
अपर पुलिस उपायुक्त उत्तरी राजेश श्रीवास्तव के मुताबिक पकड़ा गया जालसाज एजाज अहमद मूल रूप से जनपद आजमगढ़ के दीदारगंज थाना क्षेत्र स्थित चितारा महमूदपुर गांव का रहने वाला है और राजधानी लखनऊ के गुडंबा थाना क्षेत्र स्थित अबरार नगर कल्याण पुर में रहता है।
बताया गया कि पकड़ा गया एजाज शातिर किस्म का जालसाज है और इसके खिलाफ इंदिरानगर, कृष्णानगर के अलावा कई राज्यों में मुकदमे दर्ज हैं।
अपर पुलिस उपायुक्त उत्तरी राजेश श्रीवास्तव का कहना है कि वर्ष 2018 में जबलपुर मध्य प्रदेश के गोरखपुर पुलिस ने पकड़े गए एजाज की गिरफ्तारी के लिए 10 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था।
इंस्पेक्टर इंदिरानगर अजय प्रकाश त्रिपाठी के मुताबिक पूछताछ में जालसाज एजाज अहमद ने अपना जुर्म इकबाल करते हुए बताया कि वह बेरोजगार लोगों को अपने चंगुल में फंसाकर फर्जी मार्कशीट और प्रमाण पत्र बनाकर नौकरी दिलाने के नाम से उनसे मोटी रकम लेकर फरार हो जाता था।
यही नहीं बताया गया कि नटवरलाल एजाज बेरोजगार युवाओं से कहता है कि उसकी कई विभागों में गहरी पैठ है और जल्द ही नौकरी दिला दूंगा।
फिलहाल पुलिस के हत्थे चढ़े नटवरलाल के झांसे में आकर दर्जनों से अधिक बेरोजगार युवा अपनी गाढ़ी कमाई गंवा दिया और नटवरलाल एजाज अहमद राजधानी लखनऊ में आकर एशो-आराम से रह रहा था।
इंस्पेक्टर के मुताबिक इसके और कितने साथी हैं इसके बारे जानकारी एकत्र की जा रही है।