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“निर्गुण” की “रिश्ते” का दास्तानगोई शैली में मंचन

मध्यम रंग मंडल की ओर से प्रयागराज के भरतमुनि प्रेक्षागृह में द्विजेंद्रनाथ मिश्र “निर्गुण” की कहानी “रिश्ते” का दास्तानगोई शैली में मंचन किया गया ।

प्रयागराज।
वरिष्ठ निर्देशक विनय श्रीवास्तव के निर्देशन में कहानी “रिश्ते” के माध्यम से प्रेम की नई व्याख्या की गयी जो अलौकिक न होकर आध्यात्मिक रंग में ज्यादा रंगा दिखायी देता है।

कहानी के नायक नायिका के बीच एक अभूतपूर्व रिश्ता जन्म लेता है। यह रिश्ता स्नेह के एहसास से बंधा है। यहां अपेक्षाओं कि नहीं बल्कि कर्तव्यों की बात पहले है। एक अनछुआ अनकहा सा रिश्ता जहां दोनों एक-दूसरे की जरूरतों और दायित्व को बिना कहे सुने ही समझ लेते हैं।
नायक नायिका के बीच मौन रिश्ता कितने ही शब्दों, अर्थों, एहसासों और जज्बातों को अपने अंतस में समाहित किए हैं जिसका हर भाव, हर कृतित्व मुखर होकर मन में एक आनंद और नेह के अदभुत राग को छेड़ता है।

संगीत नाटक अकादमी नयी दिल्ली के सहयोग से मंचित कहानी में डॉ अशोक कुमार शुक्ला व प्रतिभा नागपाल ने प्रभावशाली अभिनय किया। नाटक में मल्टीमीडिया का प्रयोग प्रस्तुति को और रोचक बनाता है जिसमें रिभू श्रीवास्तव और अनन्या द्विवेदी ने बेहतरीन अभिनय किया, प्रीति यादव ने सूत्रधार की भूमिका निभाई, प्रकाश अखिलेश कुमार प्रजापति, पार्श्व संगीत लक्ष्य नागपाल, वस्त्र विन्यास अंशु श्रीवास्तव, सहयोग ओम श्रीवास्तव, मंच निर्माण जगदीश प्रसाद गौड़ और प्रस्तुति सहायक अनुज कुमार रहे।

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