लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रगतिशील कृषक सम्मेलन व कृषि कल्याण केन्द्रों एवं नवीन कृषि विज्ञान केन्द्र का शिलान्यास किया।
“न्यू इंडिया के केंद्र में किसान”
डॉ दिलीप अग्निहोत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि उनकी सरकार गरीबों के प्रति समर्पित रहेगी। इसके अंतर्गत गरीबों व किसानों के लिए अनेक योजनाएं लागू की गई। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने भी इसी कार्ययोजना पर अमल किया। इसके बेहतर परिणाम हुए है। खाद्यान्न खरीद के रिकॉर्ड बने, दशकों से लंबित सिंचाई परियोजनाएं पूरी की गई।
मृदा परीक्षण, खाद की उपलब्धता पर अभूतपूर्व सफलता मिली। गन्ना किसानों का रिकार्ड भुगतान किया गया,गरीब ,सीमांत किसानों का कर्ज माफ हुआ।
लोकभवन में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों के कल्याण अपनी सरकार के कार्यो का उल्लेख किया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रगतिशील कृषक सम्मेलन व कृषि कल्याण केन्द्रों एवं नवीन कृषि विज्ञान केन्द्र का शिलान्यास किया। कृषि कल्याण केंद्रों का शिलान्यास,अनेक कृषक उत्पादक संगठनों को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया गया। ओम बिरला ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के सर्वांगिण विकास के लिए बेहतर कार्ययोजना बनाई है। जिसके कारण राज्य की तस्वीर बदली है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश ने नये भारत का सपना साकार किया है। इसका केन्द्र बिन्दु किसान है। वर्तमान में शासन की योजनाओं का सर्वाधिक लाभ किसान को मिल रहा है। पहली बार किसान सरकार के एजेण्डे में सबसे ऊपर है। इसी का परिणाम है कि कृषि से कृषकों का पलायन रूक गया है। प्रदेश में प्रोक्योरमेन्ट योजना के तहत किसानों से खरीद की जा रही है। इस वर्ष पचास लाख मीट्रिक टन धान का क्रय इस नीति के तहत किया गया है। ढुलाई व छिनाई के लिए अतिरिक्त पैसा भी मण्डी परिषद के माध्यम से दिया जा रहा है। वर्तमान राज्य सरकार द्वारा गन्ना किसानों को अब तक बयासी हजार करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है। पहली बार आलू के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है।
राज्य सरकार ने लघु एवं सीमान्त किसानों का ऋण माफ किया। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि तथा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना जैसी योजनाओं ने किसान के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है। कृषि विज्ञान केन्द्रों के साथ कृषकों को जोड़ने का प्रयास फलीभूत हो रहा है।वर्षाें से लम्बित सिंचाई परियोजनाओं को कार्ययोजना बनाकर पूरा किया जा रहा है।
राजभवन में शिष्टाचार संवाद
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल राष्ट्रमण्डल संसदीय संघ सम्मेलन में शामिल होने आए लोग राज्यपाल के आमन्त्रण पर राजभवन पहुंचे। यहां राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से उन्होंने शिष्टाचार भेंट की। संवैधानिक प्रावधान के अनुसार राज्यपाल विधानमंडल के अंग होते है। इस रूप में उनके अधिकारों व कार्यो का उल्लेख संविधान में है।
सांस्कृतिक संध्या में मोहक प्रस्तुति
राष्ट्रमण्डल संसदीय संघ सम्मेलन में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में प्रतिनिधि लखनऊ आये थे। इनमें लोकसभा अध्यक्ष ओम विरला,राज्यसभा के उपसभापति अनेक राज्यों के विधानसभा अध्य्क्ष और विदेशी मेहमान शामिल थे। इनके स्वागत हेतु आयोजित सांस्कृतिक संध्या में श्रीकृष्ण लीला की प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया। इसमें कलाकारों ने श्रीकृष्ण के बाल रूप का सुंदर चित्रण किया।