किसान प्रदर्शन बना सियासी अखाड़ाॽ
किसानों के समर्थन में विपक्षी दलों ने किया जमकर प्रदर्शन
सूबे की राजधानी लखनऊ में पुलिस रही मुस्तैद,
बन्द का मिला जुला रहा असर, हर जगह रही शान्ति
ए अहमद सौदागर
लखनऊ।
“कृषि कानून बदलाव वापस हो” इसके लिए प्रदेश भर के किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन यह धरना प्रदर्शन शायद अब सियासी अखाड़े की तरह उभरकर सामने आ रहा है।
यह बात सोमवार को उस समय सच साबित हुई, जब सपा के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव किसानों के समर्थन में खुद सड़क पर उतर आए। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पुलिस द्वारा हिरासत में लेने की जैसे ही खबर उनके पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को लगी तो वे राजधानी लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में जगह-जगह धरना प्रदर्शन करने लगे। मंगलवार को भी उनका धरना प्रदर्शन जारी रहा।
किसी ने बैलगाड़ी पर तो किसी ने रेलगाड़ी के आगे खड़े होकर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं मंगलवार को किसानों द्वारा भारत बंद का ऐलान किया था, जिसका फिलहाल खासा असर दिखाई पड़ा।
,,,,, सायरन बजाती दौड़ती रही गाड़ियां, मुस्तैद रहे जवान
चारबाग रेलवे स्टेशन से लेकर पूरा लखनऊ रहा छावनी में तब्दील।
आमतौर पर रेलवे स्टेशन, बस अड्डा और फैजाबाद रोड तथा आसपास क्षेत्रों में भीड़भाड़ जैसा माहौल रहता है, लेकिन भारत बंद और किसानों एवं विपक्षी दलों द्वारा प्रदर्शन किए जाने की सूचना पर मंगलवार नज़ारा बदला था। जहां लोगों की भीड़ रहा करती थी वहां पुलिस के जवानों की बूटों की धमक और पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों की सायरन बजती नीली बत्ती गाड़ियों की आवाजाही लगी थी। माहौल गर्म, लेकिन शान्ती बरकरार थी।
राजधानी लखनऊ के चारबाग स्टेशन से लेकर सीमाओं तथा बाजारों में भीड़ तो रही, लेकिन खाकी वर्दी नजर आ रही थी, प्रदर्शकारी थे, लेकिन भारत बंद और प्रदर्शन का असर मंगलवार को सुबह से ही दिख रहा था।
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर सहित पुलिस के आलाधिकारी सुबह से ही थे। शायद सोमवार से सबक लेते हुए मंगलवार को सुबह से ही मुस्तैदी थी।
सूबे के डीजीपी के अलावा लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर दल-बल के खुद ही जगह-जगह पहुंच कर पल-पल की खबर लेने में लगे थे।
विपक्षी दल सपा एवं कांग्रेस सहित अन्य विरोधी पार्टी तथा नाराज़ किसानों में क्या चल रहा है प्रदर्शनकारी क्या करने वाले हैं तमाम बातें हवा में तैर रही थी।
फिलहाल मंगलवार को जगह-जगह धरना प्रदर्शन जारी रहा और पुलिस शांति व्यवस्था कायम रखने में भी कामयाब रही।