बेटे सुनील का हथौड़े से कत्ल करने के बाद फांसी लगा ली। रात लगभग साढ़े नौ बजे बेटा भरत घर पहुंचा तो दरवाजा अंदर से बंद था। धक्का देकर दरवाजा खोलने पर अंदर का नजारा देखकर चीख वह पड़ा। खबर पाकर एडीजी, डीआइजी,एसएसपी समेत अन्य आलाधिकारी पहुंच गए।
प्रयागराज
पुलिस लाइंस स्थित फालोवर आवास में सोमवार रात फालोअर बावन वर्षीय गोविंद कुमार ने पचास वर्षीय पत्नी चंद्रा और तीस वर्षीय बेटे सुनील का हथौड़े से कत्ल करने के बाद फांसी लगा ली। रात लगभग साढ़े नौ बजे बेटा भरत घर पहुंचा तो दरवाजा अंदर से बंद था। धक्का देकर दरवाजा खोलने पर अंदर का नजारा देखकर चीख वह पड़ा। खबर पाकर एडीजी, डीआइजी,एसएसपी समेत अन्य आलाधिकारी पहुंच गए।
गोविंद अपने बडे बेटे सुनील की मानसिक बीमारी की वजह से परेशान था।
सोमवार रात फालोवर गोविंद का छोटा बेटा भरत लगभग नौ बजे घर पहुंचा तो घर का दरवाजा अंदर से बंद था। उसने धक्का दिया तो अंदर मां चंद्रा देवी और भाई सुनील का खून से लथपथ शव पड़ा था। जबकि पिता गोविंद फांसी के फंदे से झूल रहा था। कमरे के अंदर के हालात देख वह चीख पड़ा। चीख सुनकर आसपास के लोग भी आ गए। खबर पाकर एडीजी जोन सुजीत पांडेय, डीआइजी केपी सिंह, एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज मौके पर पहुंचे। पुलिस ने गोविंद के बेटे भरत से पूछताछ की। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि गोविंद अपने बेटे सुनील की मानसिक बीमारी को लेकर काफी परेशान था।
दरअसल पुलिस लाईन के सरकारी क्वार्टर के भीतर एक साथ तीन लाशें मिलने की खबर से सनसनी फैल गई। एक कमरे के भीतर दो लोगों की सिर कूंचकर हत्या कर दी गई और किसी को चीख तक नहीं सुनाई दी। वारदात के बारे में सुनकर पड़ोसी स्तब्ध रह गए तो मौके की हालत देखने वाले पुलिस अफसर भी हैरान थे।
फॉलोवर गोविंदनारायण करीब 20 सालों से पुलिस लाइन स्थित सरकारी क्वार्टर में रह रहे थे। पुलिस लाइन के नौ नंबर गेट के पास स्थित ए-5 ब्लॉक का पहले मंजिल पर बना 291 नंबर क्वार्टर उन्हें आवंटित हुआ था। दोतल के हर ब्लॉक में छह क्वार्टर हैं और हर तल पर दो क्वार्टर स्थित हैं। हर क्वार्टर में दो कमरे और पीछे की ओर बालकनी है। क्वार्टर में दो दरवाजे हैं जिनमेें से एक बारजे व दूसरा पीछे की ओर स्थित बालकनी में खुलता है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, तीनों शव भीतर के कमरे में मिले। फॉलोवर की लाश छत के चुल्ले से लगे फंदे पर लटकी हुई थी जबकि उसकी पत्नी व बेटे की खून से लथपथ लाशें बाईं ओर जमीन पर पड़ी थीं।
दोनों औंधे मुंह पड़े थे और उनके आसपास काफी मात्रा मेें खून भी फैला हुआ था। पुलिस का कहना है कि मौके की हालत देखकर तो यही लग रहा है कि सिर में भारी चीज से वारकर दोनों को मौत के घाट उतारा गया। अब आश्चर्यजनक बात यह है कि एक कमरे में दो लोगों की सिर कूंचकर हत्या कर दी गई लेकिन आसपास के लोगों को इसकी भनक तक नहीं लगी। यहां तक कि अगल-बगल रहने वालों ने किसी की चीख तक सुनाई देने की बात से इंकार कर दिया। उनका कहना था कि कॉलोनी में फोर्स संग अफसरों का पहुंचना शुरू हुआ तो उन्हेें वारदात की जानकारी हुई। घटना के बारे में सुनकर वह स्तब्ध थे। उधर क्वार्टर के भीतर का नजारा देखने वाले पुलिस अफसर भी हैरान थे।
सरकारी क्वार्टर में तीन लाशें मिलने की खबर फैली तो कॉलोनी में सनसनी फैल गई। सामने की ओर स्थित अन्य ब्लॉकों में रहने वाले लोग भी घरों से बाहर निकल आए। मृतक फॉलोवर के बेटे भारत ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि जब वह रात में क्वार्टर के बाहर पहुंचा तो दरवाजा बंद था। इसके बाद पड़ोसी की मदद से दरवाजा खोलकर कमरे में दाखिल हुआ।