100 से ज्यादा दुर्दान्त अपराधी पुलिस कार्रवाई मे मारे गए, 1 हजार से ज्यादा घायल है. 752 पुलिस कर्मी भी कार्रवाई के दौरान घायल हुए हैं.
लखनऊ।
लखनऊ में आज सोमवार को पुलिस स्मृति दिवस मनाया गया जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने शिरकत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पुलिस के कल्याण के लिए सरकार समर्पित है।
पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने इस वर्ष उत्तर प्रदेश के शहीद पांच पुलिसकर्मियों को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए शहीदों के परिजनों को भरोसा दिलाया कि उनका परिवार प्रदेश के हर पुलिसकर्मी का ही परिवार है। शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों को हर तरह से मदद दी जायेगी।
पुलिस लाइन लखनऊ में पुलिस स्मृति दिवस में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि प्रदेश में महिलाओ की शिकायत के निस्तारण के लिए नया ऐप शुरू किया गया है। आज प्रत्येक घटना की रिपोर्ट दर्ज की जा रही है ।
मुख्यमंत्री ने सभी शहीदों को नमन किया। इन शहीदों में यूपी के भी 5 जवान शामिल हैं।
योगी ने कहा कि सरकार शहीदों के परिवार कल्याण के लिए काम करती है। 130 पुलिस अधिकारियों को सम्मानित किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी सरकार की ओर से प्रदेश के विभिन्न जिलों को अनुदान दिया गया है। पुलिस कर्मियों के उपचार के लिए 1.92 करोड़ रुपए प्रदान किए गए हैं।शहीद पुलिस कर्मियों के आश्रितों को भी मदद किया गया। 2484 नागरिक पुलिस के साथ के साथ 72 हजार पीएसी में भर्ती की गई। 9 हजार से ज्यादा की सीधी भर्ती चल रही है। 39 नए थानों, 45 चौकियों की स्थापना की गई। 100 से ज्यादा दुर्दान्त अपराधी पुलिस कार्रवाई मे मारे गए, 1 हजार से ज्यादा घायल है. 752 पुलिस कर्मी भी कार्रवाई के दौरान घायल हुए हैं.
प्रयागराज कुम्भ निर्विघ्न सम्पन्न कराने में पुलिस का विशेष योगदान. 2019 का चुनाव की सकुशल सम्पन्न हुआ. यूपी पुलिस बल को ह्रदय से बधाई देता हूं. महिलाओं और छात्राओं में आज सुरक्षा की भावना उत्पन्न हुई है. अपराध और अपराधियों पर जीरो टॉलरेंस की नीति से काम हो रहा. अपराधी आज जमानत तुड़वाकर जेल जा रहे हैं.
आतंकियों पर कार्रवाई में एटीएस को बड़ी सफलताएं मिली. पिछले 3 साल में यूपी में कोई आतंकी घटना नहीं हुई.
स्मृति दिवस में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परेड की सलामी दी
कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह के अलावा आईजी समय भारी मात्रा में पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने परेड की सलामी लेने के बाद यूपी पुलिस के 5 शहीदों को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में सीएम को शहीद पुस्तिका भेंट की गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस स्मृति दिवस परेड समारोह में परिवार कि हर मुश्किलों में उनके साथ हैं और सीएम ने 5 शहीदों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी।
बेटे की याद में बूढ़ी मां फफक पड़ी
जनपद संभल निवासी जांबाज आरक्षी बृजपाल सिंह अपने साथी उपरोक्त निवासी हरेंद्र सिंह के साथ 17 जुलाई 2019 को 21 मुलजिमो को पेशी के लिए
जनपद मुरादाबाद कारागार से न्यायालय पेशी दिलों के समय बनियानठेर थाना क्षेत्र स्थित हनुमान किराए के पास अभियोग शकील पुत्र नूर मोहम्मद, कमल पुत्र जंग बहादुर, धर्मपाल पुत्र देशराज ने पीछे बैठे बहादुर आरक्षित की आंख में मिर्ची पाउडर झोंक कर भागने लगे। इस दौरान बदमाशों ने हरेंद्र बृजपाल को गोली मार दी जिससे अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
पुलिस स्मृति दिवस के मौके पर पुलिस लाइन में आई बृजपाल सिंह की बूढ़ी मां दुलारी से कुछ पूछने का प्रयास किया गया तो वह फफक पड़ी। इसके अलावा आरक्षी हरेंद्र सिंह की पत्नी मधु भी गमगीन माहौल में बैठी थी।
बुलंदशहर निवासी निरीक्षक सुबोध कुमार सिंह की पत्नी रजनी भी पति की याद में बेहाल नजर आ रही थी।
वही गाजीपुर निवासी आरक्षी सुरेंद्र प्रताप सिंह की पत्नी डिंपल सिंह अपने बेटे विनीत सिंह के साथ पुलिस लाइन में मौजूद रहीं, उनकी भी आंखें आंसुओं से भरी हुई थी।
अमरोहा निवासी जांबाज आरक्षी हर्ष चौधरी की पत्नी अनामिका अपनी मासूम बच्ची को साथ लेकर आई थी की शायद मुख्यमंत्री से उन्हें मदद की आस मिलेगी।