मेरठ, सहारनपुर और बुलंदशहर के बाद मेरठ में भी दस विदेशी जमातियों की गिरफ्तारी कर ली गई है। सरधना में नामजद किए दस विदेशी जमाती और उनके दो गाइड को भी पुलिस ने अस्थायी जेल भेज दिया है। साथ ही उनके खिलाफ पुलिस आरोप पत्र तैयार कर रही है। एसपी सिटी अखिलेश नारायण ने बताया कि सभी को कड़ी सुरक्षा में सर छोटूराम इंजीनियरिंग कॉलेज में बनाई अस्थायी जेल में भेजा गया है। उम्मीद है कि जल्द ही मवाना में क्वारंटाइन किए नौ जमातियों को भी जेल भेज दिया जाएगा।
मेरठ में जोन में आंकड़ा 250 तक पहुंचा
दिल्ली के निजामुद्दीन मकरज से लौटे जमातियों ने वैसे तो पूरे प्रदेश की हालत खराब कर दी है। मेरठ जोन के 250 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव का आंकड़ा पहुंच चुका है। पुलिस मान रही है कि यह आंकड़ा विदेशी जमातियों की वजह से ही बढ़ा है। आठ जनपदों में पुलिस ने 1541 जमाती ढूंढ निकाले है। इनमें 291 जमाती निजामुद्दीन से आए है। साथ ही 180 जमाती विदेशी भी शामिल है, जो सभी जनपदों में क्वारंटाइन किए हुए है।
चेन जोड़ने में जुटी पुलिस
सहारनपुर और बुलंदशहर के बाद मेरठ से भी दस विदेशी जमातियों को अस्थाई जेल भी भेजा जा चुका है। पुलिस ने अभी तक सभी विदेशी जमातियों को ही मुकदमे में आरोपित बनाया है। सभी के मोबाइल लोकेशन को विवेचना का हिस्सा बनाया गया है। दर्शाया गया कि इस तरह घूमने से ही उनके संपर्क में लोग आए, जो कोरोना संक्रमण का शिकार हो गए। हालांकि अभी भी पुलिस विदेशी जमातियों की चेन जोड़ने में लगी हुई है। एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि जमातियों पर दर्ज मुकदमों की विवेचना तथ्यों के आधार पर करने के आदेश जारी किए गए है। ताकि अदालत में जमातियों का बचाव न हो सकें। शुक्रवार को मेरठ से भी दस जमातियों को जेल भेज दिया गया।
जमातियों के संपर्क में आए लोग करें क्वारंटाइन
रमजान के माह में भी पुलिस ने लोगों से अपील की है। बताया गया कि जमातियों के संपर्क में आए लोग घरों में होम क्वारंटाइन करें। उसके बाद उनके संपर्क में आए लोग भी होम क्वारंटाइन करें। ताकि कोरोना संक्रमण की इस चेन को तोड़ा जा सकें। वहीं, एसएसपी ने यह भी कहा कि थाने पहुंचकर जानकारी देने वाले व्यक्ति पर मुकदमा नहीं किया जाएगा।
विदेशी जमातियों को नोटिस जारी होगा
मवाना स्थित बिलाल मस्जिद में दस विदेशी जमाती पुलिस ने अवैध रूप से रहते हुए पकड़े थे, जिसमें पांच सूडान, चार अफ्रीकी और एक केन्या के हैं। बिहार निवासी तीन अनुवादक भी हत्थे चढ़े थे। इनकी रिपोर्ट कोरोना निगेटिव आई, लेकिन पुलिस ने तीन स्थानीय समेत उक्त जमातियों के खिलाफ अवैध रूप से रहने व महामारी अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज की थी। एएस इंटर कालेज में क्वारंटाइन इनकी समयसीमा भी पूरी हो रही है। वहीं, जिला प्रशासन ने पहले उक्त लोगों को मेरठ स्थित अस्थायी जेल में भेजने की तैयारी की, लेकिन मेडिकल कालेज से कोरोना संक्रमित लोग भागने पर अचानक अग्रिम आदेश तक शिफ्ट करना टाल दिया। इंस्पेक्टर राजेंद्र का कहना है कि क्वारंटाइन का समय शेष है। इसके अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। सीओ यूएन मिश्र ने बताया कि इन्हें नोटिस देकर मुकदमे संबंधी जानकारी जुटाई जाएगी। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रमजान में बड़ी चुनौती
रमजान माह में तब्लीगी जमाती पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन सकते हैं। ऐसे में एसएसपी ने सीएमओ को पत्र जारी कर जमातियों की क्वारंटाइन अवधि और क्वारंटाइन करने की वजह की जानकारी विस्तार से देने को कहा है। ताकि भ्रम की स्थिति में वह गलत कदम न उठाएं। कानून हाथ में लेने की कोशिश करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि कुछ ऐसे जमाती है, जिन्हें अगले 14 दिन तक क्वारंटाइन करने की जरूरत है।
अफवाह पर होगी कड़ी कार्रवाई
इन जमातियों या अन्य को क्वारंटाइन का समय बता दिए जाए। ऐसे में कोई अफवाह या भ्रम की स्थिति पैदा करे तो उसके खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी। एसएसपी ने कहा है कि रमजान माह में क्वारंटाइन किए लोग धैर्य का परिचय दें। क्वारंटाइन का समय पूरा होने के बाद पुलिस सुरक्षा के साथ उन्हें घर पहुंचाएंगी। एसएसपी ने सीएमओ को लिए गए पत्र की प्रति एडीजी, कमिश्नर, आइजी और डीएम को भी भेजी है।
विवेचना का पार्ट बनी जमातियों के मोबाइल की लोकेशन
जोन के आठ जनपदों में मिले 1541 जमातियों के संपर्क में 2500 लोग आ चुके हैं। पुलिस की तरफ से शासन को भेजी गई रिपोर्ट में पर्दाफाश किया हैं, कि जमातियों ने ही जोन की हालत बिगाड़ी है। लॉकडाउन के बाद भी जमाती एक से दूसरे गांव और शर में मोहल्लों में साइलेंट तरीके से घूमते रहे। उनके मोबाइल की लोकेशन को पुलिस ने विवेचना का हिस्सा बनाया है। एटीएफ और एसटीएफ की टीम ने सभी विदेशी जमातियों की लोकेशन निकालने के बाद उनके संपर्क में आए लोगों की जानकारी जुटाई थी।