Dr Kamal Jeet Singh
Medical Director, Centre for Sight Prayagraj
संबलबाई यानी Glaucoma आंख में प्रेशर के बढ़ जाने को कहते हैं। इसमें आंखों के अंदर का तरल पदार्थ, जिसे ऐक्वस कहते है, वो या तो ज़्यादा बनने लगता है या उसके निकलने का मार्ग अवरुद्ध हो जाता है जिसके कारण आंख की नस प्रभावित होने लगती है तथा बहुत अधिक नुकसान हो जाता है और देखना बंद भी हो जाता है।
यह दो प्रकार का होता है। एक में तो दर्द होता है और दूसरे प्रकार में दर्द नहीं होता है।
1: जिसमें दर्द नहीं होता है वो कभी आप आपके डॉक्टर के पास जाये तो वो देख कर जांच द्वारा बता सकते हैं कि आपको यह बीमारी है कि नहीं।
इसीलिए यह कहा जाता है ४० वर्ष के बाद प्रत्येक वर्ष नेत्रों की जांच अवश्य होनी चाहिए। क्योंकि इस प्रकार की संबलबाई में कोई लक्षण नहीं होता इसको हम लोग दवा के सहारे से ठीक करते हैं। यदि तब भी यह कंट्रोल में नहीं आता तो फिर हमें ऑपरेशन या लेज़र विधि द्वारा इसका इलाज करना पड़ता है। अक्सर ये होता है कि मरीज आता ही इतनी देर में है कि एक आंख जा चुकी होती है, जिसको वापस ठीक कर पाना असंभव सा होता है। तब डॉक्टर दूसरी आंख पर ध्यान देते हैं और उसको बचाने की कोशिश करते हैं।
2: दूसरे प्रकार की समलबाई में दर्द होता है, आंखें लाल हो जाती हैं एवं रोशनी के चारों तरफ लाल-पीले गोले दिखाई देते हैं।
इस प्रकार की बीमारी में मरीज तुरंत डॉक्टर के पास चला जाता है, जिससे वो उसका उपचार तुरंत कर सकते हैं। इसका या तो लेज़र द्वारा इलाज करते हैं, अन्यथा ऑपरेशन की भी आवश्यकता पड़ती है। इससे बचने के लिए हमें समय रहते हुए अपना जांच-पड़ताल कराते रहना चाहिए। इस वर्ष हम लोग 9 से 15 मार्च तक संमलबाई सप्ताह मना रहे हैं। इसका उद्देश्य जनता जनार्दन को इस बीमारी के बारे में बताना है एवं जागरूक करना है।
अतः सभी 40 वर्ष की आयु से ऊपर के व्यक्तियों को ये सलाह दी जाती है कि वो निरंतर नेत्र विशेषज्ञ के संपर्क में रहे। ये बीमारी केवल वयस्कों में ही नहीं बल्कि बच्चों में भी हो सकती है, जिसका इलाज समय रहते ऑपरेशन द्वारा किया जाना चाहिए।
यदि आपको यह बीमारी है तो बताई गई दवाओं को निश्चित समय पर अवश्य डालें। एक साथ अधिक पानी न पिएं। जब भी बुलाया जाए, जांच के लिए अवश्य जाएं। इसमें आंख का प्रेशर चेक किया जाता है तथा अन्य कई जांचें होती है, उसको कराते रहना चाहिए। इससे आपकी आंखें निरंतर स्वस्थ रहेंगी।
Dr Kamal Jeet Singh
HOD Ophthalmology
United Institute of Medical Sciences, Prayagraj
Medical Director
Centre for Sight
Prayagraj