योग व पर्यटन का वैश्विक महत्व
डॉ दिलीप अग्निहोत्री
प्रयागराज कुम्भ के सफल आयोजन की सराहना देश ही नहीं विदेशों तक हुई थी। संख्या व स्वच्छता के अलावा व्यवस्था संबन्धी अनेक रिकार्ड कायम हुए थे। सदियों बाद लोगों को सरस्वती कूप वटवृक्ष के दर्शन का सौभाग्य मिला था। करीब पच्चीस करोड़ लोगों ने संगम स्नान किया। यहां पहुंचने वाले विदेशियों की संख्या भी इस बार सर्वाधिक थी। मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ की प्रबंधन क्षमता प्रमाणित हुई थी। इसका प्रभाव अब हरिद्वार कुम्भ में भी दिखाई देगा। योगी ने हरिद्वार कुम्भ की तैयारियों में सहयोग का आश्वासन दिया है।
प्रयागराज कुम्भ में स्वच्छता व्यवस्था की भी बहुत सराहना हुई थी। योगी ने उत्तरखण्ड में आयोजित योग समारोह में स्वच्छ भारत मिशन का उल्लेख किया। इसी का प्रभाव प्रयागराज कुम्भ दे दिखाई दिया था। कहा कि
स्वच्छता और योग के माध्यम से शारीरिक मानसिक क्षमता हासिल होती है। प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है।
पर्यटन की दृष्टि से उत्तराखण्ड बहुत समृद्ध है। कुंभ से भी तीर्थाटन व पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इसी विचार से हरिद्वार कुंभ की अभी से तैयारी होनी चाहिए। नरेंद्र मोदी के प्रयासों से योग को विश्वव्यापी पहचान मिली है। ऋषिकेश को विश्व योग का केंद्र बनाया जाएगा।
ऋषिकेश में सात दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव शुभारम्भ किया गया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत में ऋषि परम्परा रही है। इसमें सभी के कल्याण का भाव है। पर्यटन और योग के प्रति विश्व भारत के प्रति आकर्षित हो रहा है।