सायनाइड से मौत के बाद भी केरल पुलिस हाथ पर हाथ धरकर बैठी रही। 14 साल में पति सहित 6 परिजनों की साइनाइड देकर हत्या का यह मामला दिल को हिला देने वाला है।
केरल से एक ही परिवार के छह लोगों की कोल्ड ब्लडेड मर्डर का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जो एक इसाई परिवार से जुड़ा है।
विधि विशेषज्ञ जे.पी. सिंह की कलम से
क्या कोई पत्नी अपने पति और अन्य परिजनों की जमीन जायदाद और वासना की तृप्ति के लिए 14 साल के अन्तराल में कोल्ड ब्लडेड मर्डरों को अंजाम दे सकती है? क्या कोई महिला इतनी शातिर हो सकती है की उसी घर में रहकर एक के बाद एक हत्या करती रहे और उसे जरा भी पछतावा न हो? एक हत्या में मृतक की साइनाइड से मौत की पुष्टि होने के बाद क्या पुलिस इतनी लापरवाह हो सकती है की उस मौत को आत्महत्या बताकर मामले को दाखिल दफ्तर कर सकती है?
यदि साइनाइड से मौत के मामले में पुलिस ने ठीक से जाँच की होती और मृतक के परिजनों को ठोंकती बजाती तो न केवल हत्या का मास्टरमाइंड पकड़ा जाता बल्कि आगे की तीन हत्याओं को रोक लिया जाता। केरल से एक ही परिवार के छह लोगों की कोल्ड ब्लडेड मर्डर का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जो एक इसाई परिवार से जुड़ा है।
केरल की पुलिस ने जॉली नाम की एक महिला को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उस महिला ने पिछले 14 सालों में अपने पति, सास और ससुर समेत कुल छह लोगों की हत्या की है, जिसमें दो साल की एक बच्ची भी शामिल है। सभी की हत्या एक ही तरीके से की गई है।सभी के खाने में साइनाइड जहर मिलाकर मारा गया है।अलग-अलग वक्त पर हुई हत्याओं की वजह से घरवालों और पड़ोसियों ने भी इसे नेचुरल डेथ माना, लेकिन एक शक की वजह से पुलिस ने पूरे मामले का दूसरा सिरा पकड़ लिया और इस मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने का दावा किया।
केरल का एक जिला है कोझिकोड। यहां का एक गांव है कुथडई। इस गांव के रहने वाले रॉय थॉमस की शादी जॉली से हुई थी। घर में रॉय थामस और जॉली के अलावा रॉय थामस के पिता टॉम जोस, मां अनम्मा थॉमस, अनम्मा के भाई मैथ्यू मंजाडिल, टॉम जोस के भाई जचारिया के बेटे शाजू, उनकी पत्नी सिली और दो साल की बेटी अल्फाइन थे। इनके अलावा रॉय थॉमस का एक भाई रोजो थॉमस भी था, जो अमेरिका में रहता था।
साल 2002 में 57 साल की अनम्मा थॉमस की मौत हो गयी। घरवालों ने माना कि नैचुरल डेथ है। फिर 2008 में अनम्मा के पति टॉम जोस की भी हॉर्ट अटैक से मौत हो गयी। इसे भी नैचुरल डेथ माना गया। लेकिन साल 2011 में टॉम और अनम्मा के बेटे रॉय थामस की भी मौत हो गयी। इसे भी तबतक स्वाभाविक मौत ही माना जा रहा था, जब तक कि रॉय थॉमस की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने नहीं आ गयी। इसमें मौत की वजह निकली सायनाइड। पुलिस ने इसे आत्महत्या करार दे दिया।
साल 2014 में अनम्मा के भाई मैथ्यू की भी मौत हो गयी। इसी साल शाजू और सिली की दो साल की बेटी अल्फोंसा की भी मौत हो गयी। 2016 में सिली की भी मौत हो गयी। अब उस परिवार में बचे थे शाजू, जॉली और रोजो थॉमस। रोजो अमेरिका में रहता है।
जब घर में एक के बाद एक लोग मरे तो फिर रोजो थॉमस को शक हुआ। इस बीच शाजू और जॉली ने शादी कर ली। इससे रोजो का शक और गहरा हो गया। इस बीच संपत्ति को लेकर विवाद भी हो गया और तब इस मामले में पुलिस ने दखल दिया।
जब पुलिस को घर की क्राइम हिस्ट्री मालूम हुई तो ये भी पता चला कि साल 2011 में जब रॉय थॉमस की मौत हुई थी, तो बॉडी से साइनाइड मिला था। पुलिस ने उसे उस वक्त तो आत्महत्या करार दे दिया था, लेकिन अब पुलिस फिर से इस मामले की जांच करना चाहती थी। पुलिस यह पता करना चाहती थी कि रॉय थॉमस को साइनाइड मिला कहा से? और इसके लिए पुलिस इजाजत लेने कोर्ट पहुंच गयी । कोर्ट ने क्राइम ब्रांच के डिप्टी एसपी हरिदशन के नेतृत्व में जांच की मंजूरी दे दी।
पुलिस ने जांच शुरू की और पहला शक गया जॉली पर। इसकी वजह ये थी कि जॉली ने अपने पड़ोसियों से कहा था कि वो एनआईटी में टीचर है और इसलिए वह हर रोज सुबह कार से एनआईटी जाती है,जबकि हकीकत यह थी कि वह सिर्फ बी.कॉम ग्रेजुएट थी और पॉर्लर चलाती थी।अपने पति रॉय थॉमस की मौत के बारे में भी वह कहती थी कि हॉर्ट अटैक से मौत हुई है, जबकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद उसे भी पता था कि मौत साइनाइड की वजह से हुई है।
पुलिस ने जब जॉली के साथ सख्ती की तो वो टूट गयी। कोझिकोड के वडकरा ग्रामीण के एसपी केजी सिमोन के मुताबिक जॉली ने अपने पति जॉय थॉमस के खाने में साइनाइड मिलाने के बारे में स्वीकार कर लिया। थोड़ी और सख्ती के बाद उसने ये भी कबूल लिया कि उसी ने घर के और भी पांच लोगों की हत्या की है और सबको उसने साइनाइड देकर ही मारा है।
उसने सभी की हत्याओं के लिए अलग-अलग वजहें बतायी हैं। पहली हत्या सास अनम्मा थॉमस की थी, जिसके बारे में उसने बताया है कि अनम्मा ही घर की मालकिन थी। रास्ते से हटाने के बाद घर की मालकिन जॉली ही होती, इसलिए मटन सूप में जहर देकर मार दिया। अनम्मा की मौत के बाद जॉली के ससुर टॉम जोस ने अपनी सारी संपत्ति बेच दी और पैसे को सभी बच्चों में बराबर बांट दिया। जॉली को लगा कि अगर वह टॉम जोस को मार देगी, तो उसका भी हिस्सा मिल जायेगा, इसलिए उसने टॉम जोस को भी मार दिया। 2014 में मैथ्यू की भी मौत हो गयी थी।
रॉय के परिजन भी इसे नैचुरल डेथ ही मानते रहे लेकिन उन्हें इन मौतों पर संदेह तब हुआ जब रॉय की मौत के बाद जॉली उनकी प्रॉपर्टी पर कब्जा करने की कोशिश में थी। पुलिस ने इस मामले में जॉली के अलावा जॉली के दोस्त एमएस मैथ्यू और प्रजी कुमार को भी गिरफ्तार किया है, जिन्होंने जॉली को साइनाइड पहुंचाने में मदद की थी।
14 साल की अवधि के भीतर हुई इन 6 मौतों को लोग अब तक प्राकृतिक मानते रहे थे। ऐसे में पुलिस के खुलासे ने सभी को हैरान कर दिया है। रॉय के परिजन भी इसे नैचुरल डेथ ही मानते रहे लेकिन उन्हें इन मौतों पर संदेह तब हुआ जब रॉय की मौत के बाद जॉली उनकी प्रॉपर्टी पर कब्जा करने की कोशिश में थी।