“समाज का सहज संवाद” डॉ दिलीप अग्निहोत्री भारतीय चिंतन में संवाद का बहुत महत्व रहा है। यह हमारे दर्शन का अत्यंत सहिष्णु पक्ष रहा है। एक दैनिक ने इसी परम्परा को नए कलेवर के साथ प्रस्तुत किया है। यह साहित्य संवाद तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह अभिव्यक्ति की ...
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