मांडा, प्रयागराज।
मांडा क्षेत्र के आंधी गॉव में बीती देर रात एक ही परिवार के तीन सदस्यों पिता, पुत्री और पत्नी की गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी गयी। इससे पुलिस प्रशासन में हड़कम्प मचा रहा। परिजन पुलिस को शव नहीं उठाने दे रहे थे। आईजी केपी सिंह सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होने घटना का पर्दाफाश कर आरोपियों को शीघ्र ही गिरफतार करने का आश्वासन दिया तब जाकर लोग शान्त हुए।
आंधी गॉव के रहने वाले नन्दलाल यादव 50 वर्ष खेती किसानी और मकानो की पुतार कर अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। नन्दलाल आंधी गॉव के दक्षिण दिशा की ओर स्थित अपने खेत में बनाये गये नये मकान में रहते थे। वहीं पर समरसेबिल लगा है। इस समय मूंग की फसल खेत में तैयार है, उसी की रखवाली करते थे। बीती रात नये मकान के अन्दर उनकी 16 वर्ष की बेटी राजदुलारी सो रही थी। पत्नी छबीला देवी 48 वर्ष घर के बाहर चारपाई पर लेटी थी और नन्दलाल घर से पचास मीटर की दूरी पर स्थित खेत के बगल चारपाई पर लेटे थे। बीती देर रात अज्ञात बदमाशों ने मॉ-बाप और बेटी की गला रेत कर हत्या कर दी। सुबह पॉच बजे नन्दलाल का बड़ा लड़का रामबहादुर जब अपने पुराने घर जो गॉव में हैं, से खेत पर आया तो मॉ, बाप और बहन का रक्तरंजित शव देखकर चीखने लगा। किशोरी का शव नग्न हालत में चारपाई पर पड़ा था। कमरे में रखा बड़ा बक्सा खुला था और उसमे रखा सामान बिखरा हुआ था। कुछ ही देर में ग्रामवासियों की भीड़ लग गयी। सूचना पाकर मांडा थाने के प्रभारी संजय भारव्दाज पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गये। एसपी यमुनापार दीपेन्द्र चौधरी, सीओ मेजा नवीन कुमार नायक फोरेंसिक टीम और भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की पड़ताल की। खोजी कुत्ता शवों को सूंघने के बाद सड़क तक जाकर रुक गया। पुलिस शव उठाना चाहा तो परिजनो ने रोक दिया। उनका कहना था कि उन्हे आर्थिक सहायता और सुरक्षा चाहिए। मामले की सीबीआई जॉच होनी चाहिए और घटना का पर्दाफाश कर अभियुक्तों की गिरफतारी की जाय। इसी बीच आईजी केपी सिंह भी मौके पर आ गये। पुलिस अधिकारियों के आश्वासन पर परिजनो ने शव उठने दिया। मृतक के लड़के रामबहादुर की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के विरूद्ध लूट, हत्या और दुष्कर्म का मुकदमा पंजीकृत कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। ट्रिपल मर्डर से पूरे क्षेत्र में भय और दहशत का माहौल है।
नन्दलाल के दो बेटे रामबहादुर और कमलेश हैं। दोनो शादी शुदा हैं। कमलेश इस समय मुम्बई में लाक डाउन में फंसा है। उसकी पत्नी आरती दो दिन पहले सास से झगड़ा कर अपने मायके मेजा के देवहट गॉव चली गयी थी। उस समय उसने मरवाने पिटवाने की धमकी भी दी थी। गॉव वाले पुराने घर पर रामबहादुर और उसकी पत्नी मंजू देवी अपने दो बच्चों के साथ थे। नन्दलाल के चार बेटियॉ थी जिसमें तीन की शादी हो चुकी है। चौथी बेटी राजदुलारी हाई स्कूल में पड़ती थी जो अब नहीं रही।
नये मकान के सामने बंजर पड़ी जमीन तो हत्या का कारण नहीं बनी?
नन्दलाल ने अपने खेत में जो नया मकान बनवाया है उसके सामने गॉव सभा की बंजर जमीन पड़ी है। उसी को लेकर कुछ समय पहले विवाद हुआ था। गॉव के लोगों ने सुलह समझौता करा दिया था। लोगों में बंजर जमीन को लेकर भी तरह-तरह की चर्चा हो रही थी।
मृतक नन्दलाल के बड़े बेटे रामबहादुर ने बताया कि जब वह कमरे में घुसा तो देखा कि उसकी बहन नग्न हालत में चारपाई पर पड़ी है। उसका गला रेता गया था। उसने अपनी बहन के साथ दुष्कर्म का आरोप लगाया गया है। लोगों में इस बात की भी चर्चा रही कि रेप के ही चक्कर में बदमाशों ने तीनों हत्याओं को अंजाम तो नहीं दे दिया। क्राइम ब्रांच, सर्विलांस ब्रांच की टीम और एसटीएफ की टीम मौके पर गहन पड़ताल में लगी हुई थी लेकिन समाचार लिखे जाने तक पुलिस को कोई सफलता नहीं मिल सकी थी।
पीएम होने के बाद तीनों का शव आंधी गॉव पहुंचा तो एक बार फिर कोहराम मच गया। पूरा गॉव बिलख रहा था। कुछ देर बाद शवों को अन्तिम संस्कार हेतु नरवर चौकठा गंगा घाट पर ले जाया गया। अन्तिम संस्कार के समय एसपी यमुनापार दीपेन्द्र चौधरी सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल और क्षेत्रीयजन मौजूद रहे।