दहेज में बाइक और 50 हजार रुपए न मिलने पर पति ने पत्नी को पीटकर घर से निकाल। बेटी होने पर फोन कर तीन तलाक दे दिया। पुलिस ने पांच के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
नौबस्ता के बूढ़पुर मछरिया निवासी युवती का निकाह 11 दिसंबर 2017 को कानपुर देहात के गजनेर के नगवापुर गांव निवासी इसरार उर्फ बबलू से हुआ था। आरोप है कि शादी के कुछ दिन बाद ही इसरार और उसके ससुरालीजन अतिरिक्त दहेज की मांग करने लगे। इनकार करने पर युवती को पीटा गया। केरोसिन डालकर जलाने की धमकी दी गई। गर्भवती होने पर उसे मार-पीटकर घर से निकाल दिया था। मायके में उसने बेटी को जन्म दिया। आरोप है कि 12 मार्च को इसरार ने फोन पर तीन तलाक दे दिया। इंस्पेक्टर के मुताबिक आरोपित शौहर और ससुराल पक्ष के चार पर दहेज उत्पीड़न, मुस्लिम महिला अधिनियम, धमकी की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है।
मरणासन्न कर घर से निकाला था
निकाह के बाद और दहेज के लिए बेटी को ससुरालीजन मारते-पीटते थे। डेढ़ साल पहले बेटी के गर्भवती होने पर शौहर ने दहेज की मांग पूरी न होने पर ईंट से लहूलुहान कर दिया था। ससुराल पहुंचे तो बेटी कमरे में पड़ी तड़प रही थी। आननफानन उसे हॉस्पिटल ले गए, जहां ऑपरेशन के बाद डॉक्टर बेटी और उसकी बच्ची को बचा पाए।