निवेश में बढ़ी उद्योगपतियों की रुचि
डॉ दिलीप अग्निहोत्री
योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री का दायित्व संभालने के बाद ही उत्तर प्रदेश में निवेश के अनुकूल माहौल बनाने के रोडमैप पर कार्य शुरू कर दिया था। इसी के परिणाम स्वरूप देश के सबसे बड़े व सफल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन संभव हुआ था। इसका असर गोरखपुर में फिक्की और गीडा द्वारा आयोजित उद्यमी सम्मेलन में देखने को मिला। उद्योगपतियों की उत्तर प्रदेश में निवेश के प्रति दिलचस्पी बढ़ी है। यह अनुकूल माहौल के कारण संभव हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा भी कि इसमें लगभग ढाई लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश कराने में सफलता मिली। इसके तहत अनेक उद्योग प्रारम्भ भी हो चुके हैं। सरकार केवल एक्सप्रेस वे बनाकर वाहवाही नहीं लूटना चाहती, बल्कि इन एक्सप्रेस वे के किनारे औद्योगिक गलियारे बनाये जाएंगे। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का तेजी से निर्माण कराया जा रहा है। इस को जनपद गोरखपुर से लिंक वे से जोड़ा जाएगा। डिफेंस कॉरिडोर, बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के निर्माण से भी विकास को गति मिलेगा।
दशकों बन्द पड़ा गोरखपुर खाद कारखाना अगले वर्ष शुरू हो जाएगा। बन्द चीनी मिलों को पुनः चालू किया जा रहा है। पिछली सरकारें चीनी मिल बेचने में लगी थी। पहले दो के मुकाबले अब सात एयरपोर्ट क्रियाशील हैं। जबकि ग्यारह अन्य एयरपोर्ट के विकास का कार्य तेजी से चल रहा है। जेवर और कुशीनगर में अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण किया जा रहा है।