रंगमंच हमें जीवन की बारीकियां सिखाती है- विभांशु वैभव
शाश्वत संस्था द्वारा आमंत्रित वर्चुअल साक्षात्कार में आज रंग विमर्श मे एक मुलाकात रंग निर्देशक एवं संवाद लेखन के रूप में ख्याति प्राप्त विभाशु वैभव से जो बहुआयामी प्रतिभा के धनी हैं।
विभाशु वैभव 1965 में प्रतापगढ़ में जन्मे व इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद भारतेंदु नाट्य अकादमी लखनऊ से नाट्य कला में डिप्लोमा किया। उन्होंने सन् 1987 से 1990 तक श्रीराम रंगमंडल में बतौर अभिनेता कार्य किया। और रंगमंडल के प्रमुख रहे। इसके साथ ही देश के प्रतिष्ठित नाट्य निर्देशकों के साथ कार्य करने का अनुभव रहा।
विभाशु वैभव ने देशभर में दर्जनों नाटकों का निर्देशन, 50 से अधिक नाटकों में अभिनय किया। वैभव जी की लिखित महारथी, बाबूजी कहो तो बोलूं, ठुमरी, मंथन, पांचाली, गुंडा, तेरे मेरे सपने, आत्माराम, ना मैं धर्मी ना मैं अधर्मी, शब- खैर अ सोल सागा, नौरंगी पुलाव आदि लिखित नाटक चर्चित रहे। वैभव हबीब तनवीर, बावा कारंत बी एम शाह, रंजीत कपूर, एम के रैना, वामन केंद्रे, राज विसरिया आदि प्रतिष्ठित निर्देशकों के साथ कार्य करने का अनुभव रहा। कई नाटकों के निर्देशन के साथ नाट्य कार्यशाला में बतौर प्रशिक्षक कार्य किया। कई अकादमी और फिल्म इंस्टीट्यूट में अभिनय और नाटक पढ़ाने का अनुभव रहा। टीवी में कार्य का अनुभव- कुंती धारावाहिक फर्ज, इतिहास, तुलसी, मर्यादा, ये नज़दीकियां (सोनी टीवी) उर्मिला, पीहर, आने वाला पल, आकाश (ज़ी टीवी) कदम (सहारा टीवी) ये मेरा घर ये तेरा घर, (स्टार प्लस) ठुमरी आदि।
फिल्मों में- साथी संघाती, गुरुकुल, फर्स्ट लव, महाभारत, तुलसी तोहरे अंगना की, गुरुर इन अमेरिका, दुविधा, बेईमान लव, आदि फिल्मों में अपना योगदान दिया। इसके अतिरिक्त सजीव प्रश्नों के उत्तर दिये जो रंग कर्मियों द्वारा किए जा रहे थे। और इस महामारी काल में रंग कर्मियों से निवेदन किया कि आप लोग पुनः पुराने परिवेश में लौटेंगे हिम्मत से काम ले अपना आत्मबल मजबूत रखें। प्रश्न करने वालों में समन्वय रंगमंडल की सचिव सुषमा शर्मा वरिष्ठ रंगकर्मी अनिल रंजन भौमिक, विनय श्रीवास्तव, सुजाय घोषाल, विकास चौहान, धीरज अग्रवाल, शैलेंद्र श्रीवास्तव, दीपक मिश्रा, साधना मिश्रा, गोपाल सिन्हा मीना वैभव मधु सोनी रत्ना अग्रवाल सत्या रंजन दिलीप श्रीवास्तव अमित अकेला गोविंद सिंह यादव हरिओम उपाध्याय शैलेंद्र श्रीवास्तव अजहर खान शशिकांत अजीत बहादुर पंकज अवध आदि बहुत से कलाकारों ने हिस्सा लिया।
ऋतंधरा मिश्रा
शाश्वत नाट्य संस्थान
प्रयागराज