प्रगति की दिशा में प्रभावी कदम
डॉ दिलीप अग्निहोत्री
उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र का सत्ता पक्ष ने भरपूर उपयोग किया। एक तो अब तक का सबसे बड़ा बजट प्रस्तुत करना उसके खाते में दर्ज हुआ,इसके अलावा अपनी उपलब्धियां आमजन तक पहुंचाने में भी उसे सफलता मिली। इसकी कमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं संभाली थी। उन्होंने अपनी सरकार के पहले वाली स्थितियों को उजागर किया। इसमें उस समय की बजट राशि भी शामिल थी। तीन लाख करोड़ रुपये की धनराशि का बजट से विकास संभव ही नहीं था। पिछली सरकार में प्रदेश के विकास के अनुरूप बजट का आकार नहीं होता था। जबकि वर्तमान सरकार ने यह कमी दूर की। यह विकास के प्रति सरकार की सकारात्मक सोच के चलते संभव हुआ।
सरकार सकारात्मक विचार से सबका साथ सबका विकास के प्रति कटिबद्ध है। वर्तमान सरकार ने अन्त्योदय पर अमल किया। दो करोड़ इकसठ लाख शौचालय का निर्माण मात्र ढाई वर्ष में किया गया। वृद्धावस्था पेंशन, दिव्यांगजन पेंशन और निराश्रित महिला पेंशन योजना को प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है।
युवाओं के लिए अनेक योजनाओं को लागू करने के लिए बजट में व्यवस्था की गई है। पौने तीन लाख करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। किसानों को अब तक नवासी हजार करोड़ रुपए के गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया।
बन्द चीनी मिलों को चलाने के अलावा नई चीनी मिलें भी स्थापित कर रही है। खाण्डसारी उद्योग के लाइसेंस को नि शुल्क कर दिया गया है। निराश्रित गोवंश के लिए गौ आश्रय स्थलों की व्यवस्था की गई है। बुन्देलखण्ड और विन्ध्य क्षेत्र में पाइप पेयजल की व्यवस्था की जा रही है।राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन को बढ़ावा दिया जा रहा है। अनेक एयरपोर्ट विकसित किये जा रहे हैं। इसमें अयोध्या एयरपोर्ट भी है।
बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे, गंगा एक्सप्रेस वे, गोरखपुर और बलिया लिंक वे निर्माण किया जाएगा। उत्तर प्रदेश वन ट्रिलियन डाॅलर इकोनाॅमी के लक्ष्य को हासिल करेगा। बिजली, ग्रामीण सड़क, स्टेट हाइवे, इण्टरस्टेट कनेक्टिविटी, डिस्ट्रिक्ट हेडक्वार्टर, ब्लाॅक तहसील हेडक्वार्टर डेडीकेटेड फ्रेेट काॅरीडोर इस्टर्न,डेडीकेटेड फ्रेट काॅरीडोर वेस्टर्न में आरओबी आदि का निर्माण किया जाएगा। सिंचाई योजनाओं को भी पूरा किया जा रहा है।